शबे बरात की फ़ज़ीलत | Virtue of Shab-e-Baraat
हज़रत आयशा नबी अकरम स0अ0व0 से रिवायत फ़रमाती हैं कि आप ने फ़रमाया कि तुम्हें मालूम है, इस रात यानी शाबान की पंद्रहवीं शब में क्या होता है। उन्होंने दरयाफ़्त किया कि या रसूल अल्लाह स0अ0व0 क्या होता है। आप स0अ0व0 ने फ़रमाया, इस शब में यह होता है कि इस साल में जितने पैदा […]
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